चेन्नई सुपर किंग्स बनाम मुंबई इंडियंस


 


क्रिकेट केवल एक खेल नहीं, बल्कि भारत में एक धर्म है। जब बात आईपीएल की होती है, तो हर मैच की अपनी अलग अहमियत होती है। लेकिन जब चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और मुंबई इंडियंस (MI) आमने-सामने होते हैं, तो यह सिर्फ एक मुकाबला नहीं बल्कि दो दिग्गजों की टक्कर बन जाता है। ये टीमें न केवल सबसे सफल हैं, बल्कि इनके बीच की प्रतिद्वंद्विता को आईपीएल की 'एल क्लासिको' भी कहा जाता है। यह लेख चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस के एक रोचक और रोमांचक मैच का विस्तृत विवरण 


चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस, दोनों टीमों ने आईपीएल इतिहास में पांच-पांच बार खिताब जीता है। जब भी ये दोनों टीमें आमने-सामने आती हैं, क्रिकेट प्रेमियों की धड़कनें तेज हो जाती हैं। इस बार का मैच चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में खेला गया, जहाँ का माहौल हमेशा गर्मजोशी से भरा रहता है।


मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पंड्या थे, जबकि चेन्नई की कमान महेंद्र सिंह धोनी से ऋतुराज गायकवाड़ को सौंप दी गई थी, लेकिन धोनी की उपस्थिति टीम के लिए हमेशा प्रेरणास्त्रोत रह

मुंबई इंडियंस ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। चेन्नई ने सलामी बल्लेबाज़ों के रूप में ऋतुराज गायकवाड़ और डेवोन कॉनवे को भेजा। दोनों ने शुरुआत में संभलकर खेला, लेकिन जैसे-जैसे पिच पर जमते गए, रनगति बढ़ने लगी।


कॉनवे ने कुछ बेहतरीन कवर ड्राइव और पुल शॉट्स लगाए, वहीं ऋतुराज ने स्क्वायर कट और फ्लिक शॉट्स से दर्शकों का मनोरंजन किया। पावरप्ले के बाद चेन्नई का स्कोर बिना विकेट खोए 55 रन था।


मध्य ओवरों में रोमांच



10 ओवरों में चेन्नई का स्कोर 92/1 था, जब कॉनवे को पीयूष चावला ने आउट किया। इसके बाद शिवम दुबे क्रीज पर आए और उन्होंने आते ही आक्रमण शुरू कर दिया। खासतौर पर उन्होंने जसप्रीत बुमराह को एक ओवर में दो छक्के लगाए, जिससे स्टेडियम में "सीएसके! सीएसके!" की गूंज सुनाई देने लगी।


दूसरे छोर पर ऋतुराज ने अर्धशतक पूरा किया और क्लासिक बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। लेकिन 16वें ओवर में हार्दिक पंड्या की गेंद पर वे कैच आउट हो गए।


डेथ ओवरों की तबाही


चेन्नई के अंतिम 4 ओवरों में धोनी ने खुद क्रीज पर आकर बल्लेबाज़ी की। जैसे ही वो मैदान पर आए, पूरा स्टेडियम "धोनी! धोनी!" के नारों से गूंज उठा। उन्होंने केवल 13 गेंदों में 28 रन बनाए, जिसमें अंतिम ओवर की तीन लगातार गेंदों पर तीन छक्के शामिल थे। इन शानदार शॉट्स से चेन्नई ने 20 ओवरों में 192/4 का स्कोर खड़ा किया।


मुंबई की पारी की शुरुआत



मुंबई की ओर से रोहित शर्मा और ईशान किशन ओपनिंग करने आए। शुरूआत से ही आक्रमक रुख अपनाया गया। दीपक चाहर को निशाना बनाते हुए पहले दो ओवरों में ही 30 रन बना दिए गए। लेकिन तीसरे ओवर में तुषार देशपांडे ने ईशान किशन को आउट कर पहला झटका दिया।


इसके बाद सूर्यकुमार यादव मैदान में आए। उन्होंने कुछ खूबसूरत कवर ड्राइव्स से दर्शकों को रोमांचित किया। वहीं रोहित शर्मा ने 35 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया।


मध्य ओवरों में टक्कर


मुंबई का स्कोर 10 ओवर के बाद 97/2 था, लेकिन जडेजा ने सूर्यकुमार और फिर टिलक वर्मा को आउट कर मैच को चेन्नई की ओर मोड़ दिया। 13वें ओवर में रोहित शर्मा भी एक रन लेने की कोशिश में रन आउट हो गए। इस समय मुंबई की टीम दबाव में आ गई।


लेकिन इसके बाद आए टिम डेविड और हार्दिक पंड्या ने मिलकर तेजी से रन बनाना शुरू किया। 17वें ओवर में दोनों ने मोईन अली के खिलाफ 22 रन ठोके, जिससे मैच फिर से रोमांचक हो गया।


अंतिम ओवर का ड्रामा


आख़िरी ओवर में मुंबई को जीत के लिए 18 रन चाहिए थे। गेंदबाज़ी कर रहे थे मथीशा पथिराना। पहली गेंद पर हार्दिक ने चौका मारा, दूसरी पर सिंगल लिया। तीसरी गेंद पर टिम डेविड ने छक्का जड़ा, लेकिन अगली दो गेंदों पर पथिराना ने दो डॉट बॉल डाल दी। अंतिम गेंद पर जीत के लिए 7 रन चाहिए थे और डेविड ने फिर से बड़ा शॉट खेलने की कोशिश की, लेकिन बाउंड्री पर कैच आउट हो गए।


चेन्नई ने यह मुकाबला 6 रनों से जीत लिया।


**मैच के हीरो


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